पढ़ाई का नशे में होना

यह एक अजीब सी बात है! एक वर्ग के छात्र खुद को पढ़ाई में पूरी तरह से खो देते हैं। जैसे लत लग गई हो, वो डॉक्यूमेंट्स में डूब जाते हैं, समय का पालन करते हुए. यह पर्याप्त है, अगर यह उनके ज्ञान को गहरा करता हो लेकिन अक्सर यह तनाव का कारण बनता है.

आपका मन पढ़ाई पर क्यों नहीं लगता है?

यह तो हर छात्र की परेशानी होती है। मनोनिष्ठा रखना मुश्किल होता है, खासकर जब पढ़ाई की बात आती है। कुछ लोग मुझे समझ में आता है कि यह शिक्षा प्रणाली का परिणाम होता है। कई लोगों का कहना है कि यह खुद की तरह से से जुड़ा होता है।

उम्र के हिसाब से, कक्षा में मन नहीं लगना की कई कारण हो सकती हैं।

  • सोना
  • इंटरनेट

ज्ञान की ओर बढ़ने में बाधा|

ज्ञान की ओर बढ़ने में अनेक बाधाएँ उपस्थित रहती हैं। कुछ व्यक्ति स्वयं को सीमित रखते हैं, क्योंकि उनमें निश्चय का अभाव उपस्थित रहता है। अन्य लोग निरंतर रूप से सीखने के लिए आवश्यक प्रयास को सम्मान नहीं देते।

उच्च शिक्षा तक पहुँच भी एक आवश्यक बाधा रहती है, खासकर गरीब समुदायों के लिए।

इसके अलावा|

* {अवसरों की कमी|ज्ञान को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों का अभाव

* {निरंतर शिक्षण के प्रति रुचि का अभाव|सीखने के लिए उत्साह का अभाव

ज्ञान की ओर बढ़ने की प्रक्रिया निरंतर चुनौतियों से भरी होती है, लेकिन {निरंतर प्रयासों|लगातार शिक्षा के प्रति समर्पण|जागरूकता और प्रेरणा|

बौद्धिक उमंग कहाँ छिपी है?

पहले तो यह सच है कि आज के जमाने में लोगों की जीवनशैली बहुत ही तेज़ और व्यस्त हो गयी है। हर कोई अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ने के लिए भागमभाग में जुटा हुआ है। इसी भागदौड़ में, उनकी सोच का विकास हो पाना मुश्किल हो जाता है।

अनेक व्यक्ति सिर्फ़ अपने समय में ही खोये रहते हैं और बौद्धिकता की ओर उनकी निगाहें नहीं जाती। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है जो हमें चिंता करनी चाहिए।

अन्य कारणों से हमारी पढ़ाई की प्रणाली को भी दोबारा देखने की आवश्यकता है। यह समय तकनीक पर बहुत ही ज़्यादा निर्भर हो गयी है, लेकिन यह हमें विचारों का विकास? यह एक महत्वपूर्ण सवाल है जिसका उत्तर तलाशना हमें चाहिए।

शिक्षा में उत्साह कैसे लाएँ?

एक जुनूनी विद्यार्थी हमेशा सीखने पढ़ाई में मन नहीं लगता को बेताब रहता है। यदि आपकी पढ़ाई में मन लगाना चाहते हैं, तो सबसे महत्वपूर्ण बात है कि वह विषय चुनना जो आपको मज़ा दे'. अपनी कुशलताएँ को पहचानें और उस क्षेत्र में पढ़ाई शुरू करें।

  • आकर्षक किताबें पढ़ने से न केवल ज्ञान बढ़ेगा बल्कि आपकी रूचि भी बढ़ेगी.
  • शिक्षा को मजेदार बनाएं। खेल, गीत और कहानियों के माध्यम से सीखें
  • आपका प्रगति का आकलन करें। यह आपको प्रेरित करेगा और आप अपनी पढ़ाई में अधिक ध्यान रखेंगे.

मोबाइल फोन और पढ़ाई का संघर्ष

आज के युग में मोबाइल सेल्युलर हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है। फिर भी पढ़ाई के लिए यह एक बाधा बन सकता है।

कुछ छात्र मोबाइल का इस्तेमाल पढ़ने, अध्यापन के लिए करते हैं, लेकिन कई बार यह ध्यान भटकाने वाला भी हो जाता है। सोशल मीडिया, गेम्स और वीडियो देखने से पढ़ाई पर प्रतिकूल परिणाम आते हैं ।

  • यह समस्या
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